गुरुग्राम : छठ पूजा पर 10,000 किलो से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक बैग की भी हुई बिक्री

गुरुग्राम के सदर बाजार में छठ के मौके पर दुकानदारों ने जमकर सिंगल यूज प्लास्टिक के थैलों का प्रयोग किया।
“दिवाली के दौरान 20 टन से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक के थैलों का हुआ था उपयोग। हर चौक-चौराहों, बाजारों आदि में छठपूजा के दौरान खुलेआम प्लास्टिक के थैले में सामानों की बिक्री की गई। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ कार्रवाई सिफ़र”
Gurugram Gazette Bureau/ Gurugram.
औपचारिक तौर पर गुरुग्राम जिले में सीएम हुड्डा के जमाने से ही सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन है परंतु, सरकारी तंत्र की माया है कि पिछले 10 में इस पर कोई लगाम नहीं लगाया गया। प्रधानमंत्री मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन की घोषणा के बाद गुरुग्राम जिले के डीसी समेत कुछ अधिकारियों ने थोड़ी इधर, तो थोड़ी उधर की लेकिन आदतन यह सारी कवायद सिफ़र रही। दिवाली में शहर भर में करीब 25 हजार से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों और सदर बाजार के ट्रंक मार्केट में स्थित दुकानदारों ने ही 20 टन से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक में सामान बेचे। पिछले दो दिनों में गुरुग्राम गज़ट के रिपोर्टर ने जो आंकड़े जुटाए उसके अनुसार पुराने गुरुग्राम क्षेत्र में छठ पूजा में खरीदारी के दौरान ज्यादातर रेहड़ी पर सेव, केला, अमरूद, संतरा, सिंघाड़ा आदि फल बेचने वाले करीब 10 हजार रेहड़ी-ठेलेवालों के साथ ही किरयाना दुकानदारों ने भी जमकर सिंगल यूज प्लास्टिक बैग में सामान बेचे।
शहर के बस अड्डा के नजदीक महाबीर चौक से लेकर सदर बाजार, अपना बाजार, सोहना चौक, गुरुद्वारा के पास स्थित सब्जी मार्केट में लगाए गए छठ पूजा सामग्री विक्रेताओं ने खुलेआम जमकर प्लास्टिक के थैले में सामानों की ब्रिकी की। नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर गुरुद्वारा सब्जी मार्केट के दुकानदार ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक बैग जितना चाहिए उतना उपलब्ध है। सुबह और शाम के वक्त 200 ग्राम के अलग-अलग किलोभार के वजन सहने क्षमता वाली प्लास्टिक बैग पहुंचा दिया जाता है। उसने सवाल उठाए कि जब प्लास्टिक बैग बनाने वाले कारखाने चल रहे हैं तो आखिर दुकानदारों पर रोक कैसे सफल हो सकती है।
कई दुकानदारों ने बताया कि ग्राहक यदि कपड़े के थैले लाते हैं तो भी वे छोटे-छोटे सामान प्लास्टिक में ही लेते हैं। प्लास्टिक के खिलाफ सरकारी अधिकारियों की छापेमारी पर बताया कि कभी-कभार ही अधिकारी बाजार में आते हैं। जैसे ही एक दुकानदार की जांच की जाती है अन्य सभी प्लास्टिक बैग हटा लेते हैं। कई दुकानदार दिखावे के लिए जूट या फिर पेपर के बने थैले भी रखते हैं परंतु, सामान बेचने के लिए नहीं बल्कि छापेमारी के दौरान प्लास्टिक बैग छुपाकर उसके स्थान पर इसे रख दिया जाता है ताकि चालान से बचा जा सके।